बाली उमरिया मोरी
कान्हा मोसे खेलो न होली
Tag: Bholi bhali radha chatur gopal
हम हाथ उठा कर कहते है
हम हो गए राधा रानी के।
अगर श्यामा जु ना होती,
तो हम जैसो का क्या होता,
तुम जो आए ना मोहन मुरारी। मर जायेगी ये राधा तुम्हारी।
बिगड़ी बना देते हैं श्याम सुंदर राधा के पिया।
दीवाना भक्तों का बन बैठा गोपाल। राधिका रोके ना जाना है फिलहाल।
भोलीसी सुरत, माथेपे चंदा
देखो चमकता जाए
आ जाओ कृष्ण कन्हैया ओ राधा जी के सईया, बुलाऊं तुम्हें घर अंगना।
छीन लिया मेरा भोला सा मन मेरो राधारमण मेरो राधारमण।
अगर देना किशोरी जू
मुझे इतनी दुआए देना।
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