तर्ज,मनिहारी का भेष बनाया
श्याम प्यारे को किसने सजाया। आज भक्तों के मन को भाया। श्याम प्यारे को….
श्याम ऐसे सजे बनडे से लगे।🌹🌹🌹🌹 सिर प्यारा मुकुट सजाया। 🌹🌹🌹🌹🌹आज भक्तों के मन को भाया ।श्याम प्यारे को..
हार गलमें पडे, हीरे मोती जड़े।🌹🌹🌹🌹 तारों से गगन चमकाया।🌹🌹🌹🌹🌹 आज भक्तों के मन को भाया। श्याम प्यारे को..
बागा केसरिया चमचम, जरी से करें।🌹🌹 मेरा सोया भाग्य जगाया।🌹🌹🌹🌹🌹 आज भक्तों के मन को भाया। श्याम प्यारे को..
टीका माथे पर हीरो का, प्यारा सजा।🌹🌹 जैसे चंदा जमीन पर आया।🌹🌹🌹🌹 आज भक्तों के मन को भाया।श्याम प्यारे को..
लागे ना नजर हमको है फिकर।🌹🌹🌹 हमने काजल का टीका लगाया।🌹🌹🌹🌹आज भक्तों के मन को भाया। श्याम प्यारे को..