कई दिनां सूं डिकता या,फागुन की रुत आई जी।
Tag: Baba shyam dhani datar re
सपना में देख्यो रे म्हाने,
श्याम धणी दातार,
वो दिन कभी ना आये,
बाबा तुम्हे भुला दे,
खूंटी तान कर के सोजा, तेरा बाबा पहरेदार,खूंटी तान के।
मेरा जीवन धन हनुमान शरणों थारो लियो।
तन मन धन सब देना कि श्याम जी को जाने ना देना।
बाबा तुमसा दयालु,
देव दुजा नहीं है,
श्याम का नाम मुझे मस्त बना देता है,
मेरी श्याम से हुई है यारी,
खुल गया किस्मत का ताला
कैसो खेल रच्यो मेरे दाता,
जित देखू उत तू ही तू,
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