एजी केहि वन का डांडिया, और केहि वन चन्दन खम्भ,
Tag: Aa jao ab to girdhari raas rachane kunjan me
ये राधा ये लिली पीली साड़ी पेहेर,रास में तूं ही तूं दिखे
मईया के हाथा में,
रचावा मेहँदी राचणी,
कुञ्ज बिहारी से रास बिहारी से
मेरे नैना लड़ गये हाय रे मेरे नैना लड़ गये।
गिरधर की बंशी प्यारी जी गिरधर की।
अब तिरछी नजर मेरे हरि की।
ना मूरत में ना तीरथ में,
ना कोई निज निवास में,
फूलों में बैठे गिरधारी, चले आना खोल किवाड़ी।
आया सखियो मेरा बनवारी
मेरा बनवारी आया मेरा गिरधारी
राधा रमण हरी नँदना,
करूँ हर पहर तेरी वंदना,
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