Categories
रानीसती दादी भजन लीरिक्स

Maiya ke hatha me rachawa mehandi rachni,मईया के हाथा में,रचावा मेहँदी राचणी,dadi bhajan

मईया के हाथा में,
रचावा मेहँदी राचणी,



तर्ज़:- आओ जी आओ,घर का देव मनावा

मईया के हाथा में,
रचावा मेहँदी राचणी,
चांदी की चौकी पर,बिठावा जी,
रचावा मेहँदी ,राचणी,
मईया के हाथा में
रचावा मेहँदी राचणी।



सर्व सुहागन मिलके आओ,
करके सगरी तैयारी जी,
गंगाजल सु चरण पखारो,
घोलो मेहँदी प्यारी जी,
मईया के हाथा में ,मंडावा जी,
रचावा मेहँदी राचणी,
मईया के हाथा में
रचावा मेहँदी राचणी

रोली लाल मोली लाल,
लाल चुनरी प्यारी जी,
चुडो लाल कब्जो लाल,
लाल जरी की साड़ी जी,
लाल से लाल रंग , मिलावा जी,
रचावा मेहँदी राचणी,
मईया के हाथा में
रचावा मेहँदी राचणी

लाल सुरंगी मेहँदी माँ के,
हाथा ऐसी राचे जी,
सूरज की लाली भी आके,
आगे फीकी लागे जी,
लाली की सोभा ने,बढ़ावा जी,
रचावा मेहँदी राचणी,
मईया के हाथा में
रचावा मेहँदी राचणी

लखदातार दयालु म्हारी,
झुंझन वाली दादी जी,
बेटा-पोता अनधन दीन्ही,
कोई कमी ना राखी जी,
मन का चाया दादी से ,पावा जी,
रचावा मेहँदी राचणी,
मैया के हाथा में
रचावा मेहँदी राचणी,

Leave a comment