श्याम ऐसी बजाई मुरलिया
मेरी यमुना बह गई गागरीया।
Tag: He shyam tumhare dware par
मस्ती में रंग मस्ताने हो गये,
सुनो श्याम सुन्दर, क्षमा माँगता हूँ,
हुई जो ख़ताएँ, उन्हें मानता हूँ,
जब लाल तुम्हारा हूँ,
तो और कहाँ जाऊंगा,
राम राम सा साधन ही, मुक्ति का द्वार है
लेलो शरण सांवरे,आया तेरे द्वार लेलो शरण सांवरे
हारे का सहारा है,
हमें प्राणों से प्यारा है,
द्वारे परआ गया हु मेरे लाडले कन्हैया,
द्वारे परआ गया हु मेरे लाडले कन्हैया।
कभी रूठना ना मुझसे तूं श्याम सांवरे।
You must be logged in to post a comment.