थारी चाकरी में चूक कोनी राखुं म्हारा सांवरिया,
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कभी रूठना ना मुझसे तूं श्याम सांवरे।
गर तूं चाहे जो सांवरा, मेरा काम हो जाये
सांवरे की महफिल को, सांवरा सजाता है।
जनम जनम का साथ है, हमारा तुम्हारा,तुम्हारा हमारा।
ऊंगली पकड़के ले आया मुझे,खाटू नगरी घुमाया मुझे।
सांवरे की महफिल को सांवरा सजाता है