हा रे सतगुरु आवोला,
अमृत रा प्याला कद भर पावोला,
Tag: Mera ruthe na satguru pyara
आप बिना मेरों कौन धणी है,
वेगा पधारों म्हारा सतगुरु,
खुल गए भाग हमारे,गुरुदेव पधारे
सेवक के प्राण पुकार रहे, गुरुदेव हरे गुरुदेव हरे।
नौलख तारां बीच चन्द्रमा, म्हारे सतगुरु चंद्रभान।
मेरा रूठे ना सतगुरु प्यारा, चाहे सारा जग रूठे
बड़ा प्यारा लागे मुझे मैया जी का मुखड़ा
कभी रूठना ना मुझसे तूं श्याम सांवरे।
प्यारा सा मुखड़ा घुंघराले केश। कलयुग का राजा खाटू नरेश।