होली आई होली आई होली आई। मस्ती छाई मस्ती छाई मस्ती छाई।
Tag: shyam stuti
तीन बाण तरकश में,कांधे धनुष उठाया है।
श्याम को घोरलियो सिंगार
मुझको बाबा का सहारा मिल गया।
थारी चाकरी में चूक कोनी राखुं म्हारा सांवरिया,
कभी रूठना ना मुझसे तूं श्याम सांवरे।
गर तूं चाहे जो सांवरा, मेरा काम हो जाये
सांवरे की महफिल को, सांवरा सजाता है।
मेरे सीर पे सदा तेरा हाथ रहे
सांवल सा आया भरण ने देखो मायरो।
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