हरी नाम की माला जप ले,
पल की खबर नही,
Tag: Ek tulsi ki mala
कान्हा छुप छुप करे इशारे, तुलसा आ जाओ पास हमारे।
तुलसी मां तेरी महिमा न्यारी।तुम विष्णु जी,को अति प्यारी।
ले लो तुलसी का नाम सवेरे उठ के।
हरी हरी बगिया हरो हरो खेत, हरो हरो हि मेरो तुलसी को पेड़।।
तुलसी का बिरवा लगा दो पिया, हरि के दर्शन करा दो पिया।
लहर लहर लहराए रे मेरे आंगन की तुलसी।
एक तुलसी की माला,जपेगा कोई दिलवाला।
मेरी तुलसा घनी गुणवान मैं वारी जाऊं तुलसा पे।
अंदर बैठे हैं कन्हैया, बाहर बैठी तुलसा मैया
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