किसी का मत करियो अपमान,
वक्त की हवा निराली है,
Tag: Chale gaye mathura kanha dil tadpa ke
मथुरा की टिकट कटा दे मेरे मोहना, मैं गोवर्धन जाऊंगी मेरा मन नहीं माने।
किसी रोज़ तुमसे मुलाकात होगी
तभी तुमसे बाबा दिल की बात होगी।
मोहन तुम मथुरा में रहते हो रहते हो
उड़ चले रे हनुमान,
लिया राम जी का नाम,
कान्हा न चाहिए बैकुंठ जन्म मोहे ब्रज में दियो रे
हे राजन तुम दिल के कठोर निकले,
सिया चोरी चोरी लाये बड़े चोर निकले।
ठुमक ठुमक चले गोरी का लाला
छोटा सा रूप देखो कैसा निराला।
जब याद तुम्हारी आती है
मेरे दिल को बहुत सताती है
दिल की है तमन्ना श्याम,में हर ग्यारस खाटू आऊं।
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