चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
Tag: Brahma Vishnu bhola bole jay gora ke lal ki
पीहर न जाओ गौरा तेरा मेरा निरादर है।
भोले तूने दुनिया बनाई न होती। तेरा नाम दुनिया में कोई न लेता।
गौरा भांग घोट के प्यादे,
प्यासे भोले भंडारी,
लाल चोला सीदे दर्जी,
जब आवनगि दर पे सुनेगी अर्जी,
मिठो जग में बोलणो हो रे हँसला फेर मिला ला नाय
आज गोरा सजी देखो भोले के साथ।
झूम रहे हैं पवन गूँज को सुनके पृथ्वीवासी,
आओ महिमा गाए भोले नाथ की
भक्ति में खो जाए भोले नाथ की
आ गई है गौरा, घर-घर में मचे शोर। मैं बनी पतंग मेरी, गोरा बन गई डोर।
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