चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल। गुरु जी मेरे घर आइयो, घर आइयो, तुम आना सुबह शाम।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
सांस मेरी न्यू बोली, न्यू बोली, तेरी बेइज्जती करेंगे गाला में। भगतनी का के बिगड़े, के बिगड़े मेरे साथ रहे भगवान।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
जेठानी मेरी न्यू बोली, न्यू बोली, तेरी बेइज्जती करेंगे गाला में। भगतनी का के बिगड़े, के बिगड़े मेरे साथ रहे भगवान।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
ननद मेरी न्यू बोली, न्यू बोली, तेरी बड़ाई करूं गाला में।ननद साड़ी दो ला दूं, दो ला दूं, तेरे गले में घडाऊं हार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
लाल साड़ी पहरिए,पहरिये, तूं गले में पहरीए हार।ननद साड़ी पहरिए,पहरिये, तूं गले में पहरीए हार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
पालकी आय गई आय गई, बा आई भगतनी के पास। भगतनी बैठो ना, बैठो ना,तने कर देवा भव से पार।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल। गुरु जी मेरे घर आइयो, घर आइयो, तुम आना सुबह शाम।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।