नजदीक मेरे आने में आफत घबराती है,
मेरे सर पर श्यामधणी की मोरछड़ी लहराती है ,
Tag: Ban ki mor banayiyo mere mohan
ऐसा बना दे मुझे श्याम दीवाना।
मेरे ब्रज की माटी चंदन है,
गुणवान सभी कहते है,
कैसी बजाई बांसुरिया रे मोहन कैसी बजाई बांसुरिया।
मेरे मोहन तेरा मुस्कुराना
भूल जाने के काबिल नहीं है
मिलोगे मोहन तो बताएँगे तो बताएँगे,
तुम्ही सरकार हो मेरे ओ साँवरे ओ साँवरे,
मनमोहन खाले खिचड़ी, तुम भोग लगाओ भगवान जीमावे बेटी जाट की।
मेरी बिगड़ी बनाने वाला मेरी किस्मत जगाने वाला,
ओ मेरे गोपाल कन्हैया मोहन मुरली वाले,
मेरे श्याम जी आएंगे जरा देर लगे गी,
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