तूने कैसा बनाया इंसान रे, मुझे ये तो बता दो भगवान रे।
Tag: Ban ki mor banayiyo mere mohan
सिर पे मोर मुकुट है साजे,
और घुंघराले बाल,
बन गए वैद मुरारी रे बीमार भई राधा।
तूने सिर पे धरा जो मेरे हाथ के, अब तेरा साथ नहीं छूटे।
तेरी मंद मंद मुस्कनिया पे ,बलिहार प्यारे जू।
बन की मोर बनायियो मेरे मोहन,फिरती फिरूं गलियांन में
में बन के मोर रंगीला, श्री यमुना तट पे जाऊं।