जुलम कर डारो सितम कर डारो,
काले ने कर दियो लाल,
जुलम कर डाल्यो।।
आयो नज़र मोहन मतवारो,
राधा जी कर्यो इशारो,
नैना सु कर्यो कमाल,
जुलम कर डाल्यो,
काले ने कर दियो लाल,
जुलम कर डाल्यो।।
सब घेर लियो ब्रजनारी,
नखरारी कामनगारी,
के चली गजब की चाल,
जुलम कर डाल्यो,
काले ने कर दियो लाल,
जुलम कर डाल्यो।।
काजल टिकी नथ ल्याई,
अंगिया साड़ी पहनाई,
मुखड़े पे मल्यो गुलाल,
जुलम कर डाल्यो,
काले ने कर दियो लाल,
जुलम कर डाल्यो।।
लियो पकड़ बिहारी कसके,
रंग दियो खुब हस हस के,
बोली फिर अइयो नंदलाल,
जुलम कर डाल्यो,
काले ने कर दियो लाल,
जुलम कर डाल्यो।।
जुलम कर डारो सितम कर डारयो,
काले ने कर दियो लाल,
जुलम कर डाल्यो।।