तर्ज,या बाबोसा री लाडली
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी,
सुनणी पड़सी जी,
सुणाई करनी पड़सी जी,
ओ अर्जी, हाँ, अर्जी,
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी।
भोळो बाळक जाण के दाता,
सुण ल्यो म्हारे मन की बातां,
क्यों तू इतनी देर लगाता,
देर करास्यां सै श्याम,
बात म्हारी और बिगड़सी जी,
ओ अर्जी, हाँ, अर्जी,
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी।
दीन हीन की बात सम्भारो,
इब तो म्हारी और निहारों,
श्याम बाबा पालक उघाड़ो,
अनदेखी से श्याम आपकी,
हिवड़ो जळसी जी,
ओ अर्जी, हाँ, अर्जी,
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी।
ई दुनियां से हारण हारो,
लेवे दाता शरणों थारो,
कुछ तो इब थे सोच विचारों,
लाज अमोल की गई,
या दुनियाँ तानां कससी जी,
ओ अर्जी, हाँ, अर्जी,
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी।
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी,
सुनणी पड़सी जी,
सुणाई करनी पड़सी जी,
ओ अर्जी, हाँ, अर्जी,
अर्जी मेल दई चरणां में,
श्याम थाने सुननी पड़सी जी।