तर्ज,धमाल
अर्जी मेरी है सरकार खाटू बुला लेओ एक बार अर्जी मेरी है। खींचते हो तुम सब की डोरी खींच मेरी एक बार अर्जी मेरी है।
दुनिया से मैं सुनता आया थाके नाम की चर्चा जी। रख लेते हो सबके मन की आप हो लखदातार, अर्जी मेरी है।
अर्जी मेरी है सरकार खाटू बुला लेओ एक बार अर्जी मेरी है। खींचते हो तुम सब की डोरी खींच मेरी एक बार अर्जी मेरी है।
मैं भी तेरे दर पर आऊं म्हारे मन में आवे जी। नाच नाच कर थाने रिझाऊं घणी करूं मनुहार, अर्जी मेरी है।
अर्जी मेरी है सरकार खाटू बुला लेओ एक बार अर्जी मेरी है। खींचते हो तुम सब की डोरी खींच मेरी एक बार अर्जी मेरी है।
भूल हुई के म्हासे बाबा डोरी क्यों ना खीच रहया।टपक रह्या आंख्यां से आंशु भेंट करो स्वीकार, अर्जी मेरी है।
अर्जी मेरी है सरकार खाटू बुला लेओ एक बार अर्जी मेरी है। खींचते हो तुम सब की डोरी खींच मेरी एक बार अर्जी मेरी है।
मैं भी थारे रंग लगाऊ, थांसूं होली खेलूं जी। भगतां की अर्जी पे मर्जी कर दो अबकी बार, अर्जी मेरी है।
अर्जी मेरी है सरकार खाटू बुला लेओ एक बार अर्जी मेरी है। खींचते हो तुम सब की डोरी खींच मेरी एक बार अर्जी मेरी है।