मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने,
हेलो तख्त देवू की थाने,
म्हारी लाज शर्म सब थाने ।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने ।
गुरु मात पिता सुख दाता,
सब स्वारथ का है नाता,
एक तारण तिरण गुरु दाता,
ज्यारा चार वेध्द जस गाता ।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने ।
भवसागर भरियो भारो,
मने सुजत नही रे किनारो,
गुरु घट में दया विचारो,
मैं तो डूब रियो मजधारो ।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने ।
कोई संत लियो अवतारो,
जीवो ने पार उतारो,
माने आयो भरोसो भारो,
नही छोड़ू शरणों थारो ।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने ।
गुरु तन मन धन सब थारो,
चाहे सीस काट लो म्हारो,
जन दरियाराम राम पुकारो,
चरणा रो चाकर थारो ।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने ।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने,
हेलो तख्त देवू की थाने,
म्हारी लाज शर्म सब थाने ।
मैं तो अरज करू गुरु थाने,
चरणा में राखजो माने ।