चुंदड़ी मखमल की,मखमल की, उसके चारों पल्ले लाल।
Tag: Anjani ka lala bada matwala
किसी का मत करियो अपमान,
वक्त की हवा निराली है,
गोरी कलाई चूड़ा लाल बे,मेरी मां का चोला।
म्हारी बिगड़ी बात बना दे हो, ओ अंजनी के लाला।
लाल चोला सीदे दर्जी,
जब आवनगि दर पे सुनेगी अर्जी,
ठुमक ठुमक चले गोरी का लाला
छोटा सा रूप देखो कैसा निराला।
मुखड़ा लगे बड़ो प्यारो कि राधा रानी घुंघटा न डालो।
सीताजी बोली रामजी कमाल हो गया,
बजरंगी लाल मेरा लाल लाल हो गया।।
फूल कमलों से निकले गणेश ललना,
बाला सा थाने कुण सजाया जी,
म्हारे मनड़ो हर लीनो,
थारी सूरत मतवारी,
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