आंगन में तुलसी लगाना हमारी सखी।
Tag: Aangan me tulsi lagana hamari sakhi
सखी माता के मेला में, में तो डटगी।
सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।
मेरे अंगने में मां अंबे का स्थान है
तेरा नगरकोट स्थान, स्थान,पीपल पर भवानी झूल रही।
सखी री मैं तो बगिया में देख आई राम,
नाचेंगे सारी रात मैया के जगराते में
आली री मोहे लागे वृन्दावन नीको।
तुलसां जी घेर घुमेर,में वारी जाऊं सांवरिया
चुनरिया माँ की रेशमी कोई गोटा लगाओ रे
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