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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Sakhiyo karo solah sringar hari hame lene aaye,सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है,nirgun Bhajan

सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।हरी हमें लेने आए है,हरी हमें लेने आए है।सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

माथे की बिंदिया बहना,मेरे लगा दो।२।सिंदूर भर दो मांग,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

गले में हार बहना,मेरे पहना दो।२।मंगल सूत्र के साथ,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

हाथों में सखियों हमे मेहंदी लगा दो।२।चूड़ी पहनाओ हाथ,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

पैरों में पायल सखियों मेरे पहना दो।२।बिछिया पहनादो पांव,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

हरी हरी साड़ी सखियों मुझे पहना दो।२।लाल चुनरिया उढा दो,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

गीता रामायण सखियों मुझे सुना दो।२।भागवत रस टपका दो,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

मुख में तुलसी दल रखवा दो।२।गंगा जल की धार,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

भूल चूक सब माफी दे दो।२।कर दो क्षमा सब आज,हरी हमें लेने आए है।🌺🌺🌺सखियों करो सोलह श्रृंगार,हरी हमें लेने आए है।

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