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निर्गुण भजन nirgun Bhajan

Mit jayenge sare kalesh akhiya khol hari ko dekh, मिट जायेंगे सारे कलेश अंखियां खोल हरी को देख,nirgun bhajan

मिट जायेंगे सारे कलेश, अंखियां खोल हरी को देख

मिट जायेंगे सारे कलेश, अंखियां खोल हरी को देख।

ये बंगला माटी का बना है।२। ईट लगी कई एक,अंखियां खोल हरी को देख।🌺🌺🌺मिट जायेंगे सारे कलेश, अंखियां खोल हरी को देख।                                              

रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।

इस बंगले में नौ दरवाजे।२। दसवां खोल के देख,अंखियां खोल हरी को देख।🌺🌺🌺मिट जायेंगे सारे कलेश, अंखियां खोल हरी को देख।

रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।

इस बंगले में,दिया जले है।२।बिन बाती बिन तेल,अंखियां खोल हरी को देख।🌺🌺🌺मिट जायेंगे सारे कलेश, अंखियां खोल हरी को देख।

रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।

इस बंगले के तीन है मालिक।२।ब्रह्मा विष्णु महेश,अंखियां खोल हरी को देख।🌺🌺मिट जायेंगे सारे कलेश, अंखियां खोल हरी को देख।

रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।रघुपति राघव राजाराम,पतित पावन सीताराम।

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