चली आइयो सखियां सारी, वंशीवट पे।
Tag: Kon sakhi maar diyo tona
तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे ॥
दुनिया से ना कोई आस करो,
बस आस करो एक गिरधर की,
मुझे राधे राधे कहना सिखादे,
कन्हिया तेरा क्या बिगडे।
होली खेल रहे नंदलाल,मथुरा की कुंज गलिन में।
कौन सखी मार दियो री टोना, मेरो मचल्यों श्याम सलोना