श्याम सलोना रूप है तेरा,
घुंघराले है बाल,
Tag: Kali ka rup tune le liyo re shankar ki dulhaniya
भजमन शंकर भोलेनाथ
डमरू मधुर बजाने वाले
एक दिन मेरो दूल्हा आवेगो मोहन मुरली वालो।
आज तुलसा जी की नगरिया,हरी दूल्हा बने आ रहे हैं।
दूल्हा शालिग्राम तुलसा बनी रे दुल्हनिया।
तेरा रूप बड़ा विकराल कालका डर लागे
नचना नचना नचना, मेरी माई के भवन में नचना।
काली का रूप तूने ले लियो रे, शंकर की दुल्हनिया।
काली लिए खड़ी तलवार,दानव घेर घेर के मारे
आज घर में मैने कीर्तन कराया है मां,
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