ही नहीं ऐसे खाटू में,
दीनो का मेला लगता है,
Tag: Diwane mujhe le chal khatu dham
खाटू में मची धमाल फागुन आयो रे,
फागुन की रुत ऐसी आई है खाटू में मस्ती छाई है
म्हारे हिवडे उठी हिलोर भायला खाटू नगरी जावण की,
छाई रै खाटू नगर में बहार,
श्याम मिलन की रूत आई,
जब जब खाटू वाले के भगतो पे विपदा आई,
जलती रहे खाटूवाले,जोत तेरी जलती रहे।
मुरली वाले श्याम हम तो तेरे हैं दीवाने।
खाटू वाले तेरी ज्योत जलती रहे,
सारी दुनिया को रोशन ये करती रहे,
जो हारा सो पुकारा रे,
पुकारा रे कन्हैया,
खाटू वाले खाटू वाले,
You must be logged in to post a comment.