जाड़े ने जुलम सताई,भरवा दो श्याम रजाई।
Tag: De de shyam dhul charnan ki
सुनो श्याम क्यों तुम लगाते हो काजल,
हमरी नजर बेअसर हो रही है,
महीनो फागण को रंगीलो,
बाबो श्याम बुलावे रे,
महीनो फागण को।।
राधे राधे बोल प्यारे, श्याम चले आएंगे
कदे रहवे ना म्हारे टोटो,एसो है म्हारो यो सेठ मोटो।
एक बार लाड़ली जू,
हमें चरणों से लगा लो,
तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले
मेरा गल्ला करन नू जी करदा,
श्याम तेरे नाल,
धुला लो पाँव राघव जी
अगर जो पार जाना है।
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