बांसुरिया लेकर आजा घनश्याम कदम के नीचे।
Tag: darshan do ghanshyam
बाबा मेरे श्याम मैं तुझपे कुर्बान,
श्याम चाहे वही जो होना है। मेरा श्याम सलोना है।
दर्शन रघुवर का करवा देना जय हनुमत वीरा।
कीर्तन में सब आनेवाले, अपना नाम लिखाना,भूल न जाना
तूं क्यों घबराता है,तेरा श्याम से नाता है
ओ सांवरे ओ सांवरे,ओ सांवरे ओ सांवरे
श्याम धनी को आयो रे बुलावो, तो चालो खाटू धाम आयो फागणियो
यह विनती है पल पल क्षण क्षण, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों में।
तूने हीरो सो जनम गवांयो रे, भजन बिना बावरे
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