तर्ज, इचक दाना
कीर्तन में सब आनेवाले, अपना नाम लिखाना,भूल न जाना। आज लगेगी यहां हाजिरी, दोनों हाथ उठाना, भूल न जाना।
बैठा है खाटूवाला, आसन लगाए। आने वाले भक्तों पर, नजर जमाए। 🌹🌹🌹🌹आकर पहले शीश झुकाना, पीछे भजन सुनाना, भूल ना जाना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹आज लगेगी यहां हाजिरी, दोनों हाथ उठाना, भूल न जाना।
बाबा के चरणों में, खुद को लगाओ। बाबा की मूरत को, मन में बसाओ।🌹🌹🌹🌹 कब हो जाए हुकुम नहीं तुम, अपना ध्यान हटाना। भूल न जाना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹आज लगेगी यहां हाजिरी, दोनों हाथ उठाना, भूल न जाना।
भक्तों की टोली यहां, भक्ति में डोले। बाबा की मूर्ति यहां, मुखडे से बोले।🌹🌹🌹🌹 श्री के संग में ताल मिलाकर, तालियां बजाना, भूल न जाना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹आज लगेगी यहां हाजिरी, दोनों हाथ उठाना, भूल न जाना।
कीर्तन के बाद में, जय जयकार होगी। जय जयकार के बाद में, आरती होगी। 🌹🌹आरती के बाद तुम, प्रसाद लेकर जाना, भूल न जाना।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹आज लगेगी यहां हाजिरी, दोनों हाथ उठाना, भूल न जाना।