सत्संग की गंगा मंदिर में बही जाय, जामे कोई कोई नहाए।
Tag: Charno me baithe hanuman o ramji ke mandir me
शबरी राम को बेर खिला रही,मीठे चाख चख के।
मंदिरों से मां ने टेलीफोन किया है।
चीर के छाती बोले अपनी पवन पुत्र हनुमान,
गली गली एलान होना चाहिए, हर मंदिर में श्याम होना चाहिए।
तुम्हें कैसे मनाऊं हनुमत में। आ जाओ तुम कीर्तन में।
मंदिर है काली का पर्दा है जाली का, पर्दा हटा लो मेरी मां मैं दर्शन करने आई ।
राम भगत हनुमान , बालाजी मेरे घर आना,
मैया ये जीवन हमारा, आप के चरणों में है,
धन्य वह घर ही है मंदिर,
जहाँ होती है रामायण,
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