ना केले ना हलवा ना फ्रूटी चाहिए। मने हरी हरी भांग वाली बूटी चाहिए।
Tag: Aur ghoto bholenath bhangiya aur ghoto
Bhole baba se milna aasan nahi,thoda kasht uthana padta hai,
जन जन का कल्याण करे
मेरे शम्भू बाबा
जटा में तेरे गंगा माथे पे तेरे चंदा, बोल भोले बोल दर्शन होगा कि नही।
भोले दानी है सरकार, सब के भरते हैं भंडार।
मेला मेला मेला मेरे भोलेनाथ दा मेला।
फूल तुम्हें श्रद्धा के अर्पण हे शिव शंकर त्रिपुरारी।
मंदिर बिच रहते ओ भोले बाबा।
देख मेरा प्रसाद भोले खा कै,
लाया देसी घी चूरमा बणा कै,
शंकर भोलानाथ है तुम्हारा हमारा, तुम्हारा हमारा।
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