सुन मेरे कान्हा,
ज़रा ये बताना,
खफा हमसे तू क्यूँ हो गया,
Tag: Andar baithe hai kanhaiya bahar baithi Tulsa
तू ही कन्हैया तू ही लखदातार है,
में तो तेरे संग चलूंगी थाम ले मोरी बैया, हो जरा ठहर जा कन्हैया,
मटकी फोड़ी कन्हैया ने, दाऊ बलदाऊ के भैया ने।
दही खालो मटकिया ने फोड़ो,
मैंने बुलायो नहीं आयो कनवा।
मैं हार के दर तेरे आया हूँ,
मेरा दूजा कोई सहारा नहीं,
सुनो कान्हा कि ओ मैया, तेरा कान्हा सताता है,
तुलसा मने राम ते मिला दे। राम ते मिला दे घनश्याम ते मिला दे
बेदर्दी ओ कान्हा कब तक तड़पाओगे।
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