श्याम तेरे हाथों में हमारी डोर है,
Tag: Hare ka sathi kahate ho shyam
जद भी पड़ी कोई दरकार,लीले चढ़ आयो सरकार,
श्याम सुधा रस जिसको पीना आ जाता है
हारे के साथी कहांते हो श्याम। मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम
सब मिल जुल कर मैया को मनाओ, नवरात्रे आए हरे हरे
मेरा एक साथी है बड़ा ही भोला भाला है,
मोर छड़ी थारे हाथा में, हीरो चमके माथा में।
खाटू वाला श्याम धनी से, हेत पुराना स
कितना प्यारा है सिंगार, तेरी लेऊं नजर उतार।
हम तो आए शरण में तुम्हारी,लाज हाथों में तेरे हमारी।
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