हारे के साथी कहांते हो श्याम। मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सुना हमने बिगड़ी बनाते हो श्याम।मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम।
साथ निभाते हो सदा तुम गरीबों का। थाम ते हो हाथ सदा बदनसीबो का।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 नाम है मेरी सांवरे भंवर,माझी ना कोई मेरा हमसफ़र।अश्क भी हमारे कहते हैं मेरे श्याम।हारे के साथी कहांते हो श्याम। मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम।
भीलनी के बेर भी आए थे खाने। द्रोपदी का चीर भी आए थे बढ़ाने।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺 ऐसी क्या कमी मेरे प्यार में, बीते जिंदगी इंतजार में। दिल में अब हमारे उठते यही सवाल। 🌺🌺हारे के साथी कहांते हो श्याम। मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम।
सोई है तकदीर भी हंसता है जमाना। हर कदम पर लड़खड़ाए तेरा यह दीवाना।🌺🌺🌺🌺 पुकार रहा भक्त तेरा आ जाओ गोपाल। मुश्किल में पड़ा है आज तेरा लाल।🌺🌺🌺🌺🌺🌺 बात मेरी रखने आते क्यों नहीं श्याम। हारे के साथी कहांते हो श्याम। मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम।
हारे के साथी कहांते हो श्याम। मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺सुना हमने बिगड़ी बनाते हो श्याम।मेरी लाज क्यों ना बचाते हो श्याम।