तुझमे ओम मुझमें ओम सब में ओम समाया।
Tag: Panchida lal aachi padhiyo re ulti pati
निंदिया बाई घर जइयो, जा घर राम भजन नहीं होय
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी
राम नाम ना लिन्हा,प्राण तो कैसे निकल गए
पंछीड़ा लाल आछी,
पढ़ियो रे उलटी पाटी,
तुझमे ओम मुझमें ओम सब में ओम समाया।
निंदिया बाई घर जइयो, जा घर राम भजन नहीं होय
सज धज कर जिस दिन मौत की शहजादी आएगी
राम नाम ना लिन्हा,प्राण तो कैसे निकल गए
पंछीड़ा लाल आछी,
पढ़ियो रे उलटी पाटी,