राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
रंग बरसे रे गुलाल बरसे।
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
बरसाने बरी पे खेलन को होली
गोकुल से आई हें ग्वालन की टोली।
एक भिजे राधा एक भिजे काना,
दोनो के नैन पे प्रेम बरसे।
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
रंग बरसे रे गुलाल बरसे।
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
तन राधा को पानी में भिजो,
मंन राधा रानी को गोविंद में भिजो।
फाग़न में सावन राधा के आँगन।
केसो विराज में रंग बरसे।
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
रंग बरसे रे गुलाल बरसे।
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
चाँद चकोरी व्रज की छोरी,
मनमोहन से हास के बोली।
चल नटखट नही दुगी मुरलिया,
बडो सतावे तू मोहे रसिया।
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।
रंग बरसे रे गुलाल बरसे।
राधा रानी हमारी पे रंग बरसे।