Categories
गुरु भजन लिरिक्स guru bhajan lyrics

Guru bin kon kare bhaw para,गुरु बिन कौन करे भव पारा,guru bhajan

गुरु बिन कौन करे भव पारा,

गुरु बिन कौन करे भव पारा,
कौन करे भव पारा,
कौन करे भव पारा,
गुरु बिन कौन करे भव पारा।।

जबसे गुरु चरणन में आयो,
जबसे गुरु चरणन में आयो,
दूर हुआ अँधियारा,
दूर हुआ अँधियारा,
दूर हुआ अँधियारा,
गुरु बिन कौन करे भव पारा।।

गुरु पंथ निराला पगले,
गुरु पंथ निराला पगले,
चलत चलत जग हारा,
चलत चलत जग हारा,
चलत चलत जग हारा,
गुरु बिन कौन करे भव पारा।।

चौरासी के बंधन काटे,
चौरासी के बंधन काटे,
बहा प्रेम की धारा,
बहा प्रेम की धारा,
बहा प्रेम की धारा,
गुरु बिन कौन करे भव पारा।।

जड़ चेतन को ज्ञान सिखावे,
जड़ चेतन को ज्ञान सिखावे,
जिसमे है जग सारा,
जिसमे है जग सारा,
जिसमे है जग सारा,
गुरु बिन कौन करे भव पारा।।

गुरु बिन कौन करे भव पारा,
कौन करे भव पारा,
कौन करे भव पारा,
गुरु बिन कौन करे भव पारा।।

Leave a comment