सुनो श्याम क्यों तुम लगाते हो काजल,
हमरी नजर बेअसर हो रही है,
Tag: dakiya ja re shyam ne sandesho dije
मुरलिया वाले,
कब आओगे म्हारे देश।।
महीनो फागण को रंगीलो,
बाबो श्याम बुलावे रे,
महीनो फागण को।।
कदे रहवे ना म्हारे टोटो,एसो है म्हारो यो सेठ मोटो।
तुम ही मेरी है मोहब्बत तू ही मेरी चाहत है।
तूं भी श्याम रिझा ले, तूं भी भजनों को गा ले। तूं भी चरणों में शीश को झुकाले
श्याम की आखियो से मस्ती बरसे,
पी ले जरा तू जी ले जरा,
लगन श्याम से यूं लगाया करें हम,
मजे दर्दे दिल के उठाया करें हम।
हमने अजमा लिया अपना बना लिया,
इक बीज मंत्र से जो चाहा पा लिया,
मेरे श्याम तुझको नमस्कार है नमस्कार है
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