जब अटके तेरा कोई काम, तु जपले हनुमान का नाम, काम बने चुटकी में,
Tag: Chir ke chati bole apni Pawan Putra Hanuman
संकट ने घेरा हैं आज तेरा राम पुकारे रे,
आजा मेरे हनुमान ।
चाहे पूछो धरा गगन से चाहे पूछो अग्नि पवन से,
सीता ने न्योता भिजवाया,हनुमत को बुलवाया।
हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
होके नाचूँ अब दिवाना मैं प्रभु श्री राम का,
सीता मैया ने करी है जीमनवार, पवन सुत हरे हरे,पवनसुत न्योत दिए।
गौरी के पुत्र गणेश,गणेश हम तुमको शीश नवाते हैं।
चामड़े री पुतली भजन कर ले,
चीर के छाती बोले अपनी पवन पुत्र हनुमान,