हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
अंजनी के लाला, आज बचादे मेरा बीर।
आज बचादे म्हारो बीर, हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
अंजनी के लाला, आज बचादे मेरा बीर।
बाण लग्यो लिछमण के तनमें , मूरछा खाई पड़यो धरणी मे ।
लक्ष्मण भैया सो गये रणमें , तन में लाग्यो बांके तीर।हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
घर जाऊँ तो पूछे माता , कहाँ छोड़ा तेरा लक्ष्मण भ्राता ।
ऐसा दुःख सहा नहीं जाता , कौन बंधावे मोहे धीर।हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
जे संग होता भरतजी भ्राता , लक्ष्मण का प्राण बचाता ।
यह दुःख मेरा तुरत गमाता , नैनासुँ ढ़ल आयो नीर।हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
हनुमान सरजीवण लाया , लक्ष्मण का प्राण बचाया ।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
देखा भाई लखन को जब, खुशी भए रघुवीर,
हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
हनुमान पियारा आज बचादे मेरा बीर।
अंजनी के लाला, आज बचादे मेरा बीर।