मनमोहन की प्यारी, राधा रानी हमारी।
Tag: Ban ki mor banayiyo mere mohan
सारे जग में नाम कमायो रे ,
मीरां मेड़तणी ।
बाबा जी तेरी खोली में छम छम नाचे मोर
ये मोरछड़ी लहरा दो,मेरे सारे कष्ट मिटा दो,
भजन कर मोहन मुरारी का, छोड़ मोह दुनियादारी का।
अब आन मिलो मोहन,
तन्हाई नहीं जाती,
ओ सिर पे पंख मोर
बोले तोतले से बोल,
कहे इसे माखन चोर मेरे दिल में भावे से,
में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।अपने प्यारे मोहन को बुलाती रहूं।
ओ मोहन तेरे हो गए हम,
प्यार में तेरे खो गए हम,
मोर छड़ी और नीले में जंग छिड़ी है भारी,
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