में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।अपने प्यारे मोहन को बुलाती रहूं।
कभी मथुरा में ढूंढूं, कभी गोकुल में ढूंढूं। कभी बरसाने फेरे लगाती रहू।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।
कभी गंगा में ढूंढूं,कभी जमुना में ढूंढूं। कभी सरयू में डुबकी लगाती रहूं। में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।
कभी चंदा में ढूंढूं। कभी सूरज में ढूंढूं,कभी तारों से नजरें मिलाती फिरूँ।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।
कभी रोती फिरू,कभी गाती फीरू।कभी नाच नाच तुमको रिझाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।
कभी घर में ढूंढूं। कभी गलियों में ढूंढूं,कभी जोगन का भेष बनाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।में तो गोपाल गोपाल गाती रहूं।