तुम दिखते नहीं हो फिर भी हरि,एहसास तुम्हारा होता है,
Tag: Devi ro agwani bheruji ghughariya ghamkawe
हरिया हरिया बागा में,
बोल रे सुवटिया,
आतो सुरगां न सरमावे , इ पर देव रमण न आवे
देवी रो अगवाणी भैरूजी ,घुघरियाँ घमकावे ।
तुम दिखते नहीं हो फिर भी हरि,एहसास तुम्हारा होता है,
हरिया हरिया बागा में,
बोल रे सुवटिया,
आतो सुरगां न सरमावे , इ पर देव रमण न आवे
देवी रो अगवाणी भैरूजी ,घुघरियाँ घमकावे ।