कर चेत मेरी मैया, क्यूं देर लगावे हैं।
Category: रानीसती दादी भजन लीरिक्स
हंसा चाले तो ले चालूं रे झुंझनू नगरी।
मां अबकी हमारी बारी हो
चम चम चमके चुनरी जी कोई, थारी सती मां।
आज तनधन की निकली बारात, सब मिल मंगल गाओ
झुंझुनू वाली दादी को बुलाओ, जयकारा जरा जोर से लगाओ।
पगल्यांडी पायलडी बाजे, हाथा रो चुड़लो।
म्हारी भी नैया ने कर दे पार मां
इस योग्य हम कहां हैं दादी तुम्हें मनाएं
दादी तेरे भरोसे, मेरा परिवार है
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