ब्याह रच्यो है म्हारी लाडली को
Category: रानीसती दादी भजन लीरिक्स
दादी खोल दे खजानो, थारा टाबर आया ऐ
दादी तेरे चरणों से लिपट जाऊँ धूल बन के,
मैया आओ तो सरी दादी आओ तो सरी
तेरा झुंझनू में दरबार,तेरी हो रहीजय जयकार
म्हारी दादी जगत सेठाणी, म्हारो मौज करे परिवार
मेरा मौज करे परिवार,
झुंझनवाली की कृपा से,
कितनो बड़ो म्हारो भाग्य है दादी,
थे म्हारी कुलदेवी,
बिगड़े हुए नसीब को हमने बना लिया
दादी जी के मंदरिये में,
मोर नाचे,
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