तर्ज,चंदन चौक पुराओ
मंगल गीत सुनाओ, बंदनवार बंधाओं। आज आसी जी मैया जी म्हारे आंगणे।
चंदन चौकी पर सथियों मनडालो। कोई गंगाजल से कलश भरालो।🌹🌹🌹🌹🌹 घी को दिवलो जगालो, कंचन थाल सजालो।करो दादी की मनुहार दादी आसी जी।मंगल…
केशर अंतर खूब छिड़काओ,मेवा भर भर थाल ले आओ।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹काजल गहरों लगाओ,हाथा मेहंदी रचाओ।मिलके सरब सुहागन,मंगल गाओ जी।मंगल…..
सतरंग चुंदड़ी में गोटो लगाओ, नथली हीरा जड़ी पहराओ।🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹इने बनडी बनाओ,सोलह श्रृंगार सजाओ।मैया कष्ट हरेगी थारा सारा।मंगल…