तर्ज,काकड़िया मतीरा
चारूं पल्ला सुवा मोर मोती लटके।देख देख चुंदड़ी थारी मन भटके।
जोधपुर से ल्याया चुंदड़ी,मारवाड़ रो छापो है।खंडेला को सांचो गोटो,पुरो पांच गज नाप्यों है। आरी तारी को जाल इमे, लंपि लटके।देख देख चुंदड़ी थारी मन भटके।
जैपुरिया से लयाया घाघरो,बावन कली को घेरो।जरदोजी को कब्जो माही,जाल घनो घनेरो।घाघरे की डोरी आगे, फुंदो लटके।देख देख चुंदड़ी थारी मन भटके।
कोटा से मंगाई पायल,बिछिया अजमेर से।सीकर से नथली घड़वायी, चुड़लो बीकानेर से। उदियापुर की तागड़ी में झालर लटके।देख देख चुंदड़ी थारी मन भटके।