बड़ा प्यारा लागे मुझे मैया जी का मुखड़ा। लगता है जैसे कोई चांद का टुकड़ा।🌺🌺🌺 आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।
भक्तों ने मैया तेरा भवन सजाया है। देख कर सिंगार तेरा, मंनडा रिझाया है।🌺🌺🌺🌺🌺 देखो हो रही फूलों की बरसात, मनाओ मां को नच नच के।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।
बड़ा प्यारा लागे मुझे मैया जी का मुखड़ा। लगता है जैसे कोई चांद का टुकड़ा।🌺🌺🌺 आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।
बड़ा प्यारा लागे मुझे मैया जी का मुखड़ा। लगता है जैसे कोई चांद का टुकड़ा।🌺🌺🌺 आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।
ऊंचे पर्वत शेर चढ़के, आई महारानी। दर्शन करने आए ऋषि मुनि ज्ञानी।🌺🌺🌺🌺🌺 हमें सर पे रखेगी मैया आज, मनाओ मां को नच नच के।आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।
बड़ा प्यारा लागे मुझे मैया जी का मुखड़ा। लगता है जैसे कोई चांद का टुकड़ा।🌺🌺🌺 आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।
मां के आगे माथा धर दे,रुक नहीं जाना।मैया जी के दर्शन को,चूक नहीं जाना।🌺🌺🌺🌺🌺तेरी बन जाए बिगड़ी आज,मनाओ मां को नच नच के।आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।
बड़ा प्यारा लागे मुझे मैया जी का मुखड़ा। लगता है जैसे कोई चांद का टुकड़ा।🌺🌺🌺 आई खुशियां हजारों देखो आज, मनाओ मां को नच नच के।