राधा नाचे, कृष्ण नाचे नाचे गोपी जन् ।
Tag: Dekho vrindavan ki kunj galin me nachat nandkumar
हमें तो जोगनिया बनाए गयो रे ।
वो छलिया नन्द को री
कान्हा यो के आई थारा मन में,
गुजरया नचाई वृंदावन में।
मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली
रूस गयो नंदलाल मारी राधा रूस गयो नंदलाल
तेरा जादू न चलेगा मेरे भोले
काहे मारे मेरी गलियों के फेरे।
वृदावन जाने को जी चाहता है,
राधे राधे गाने को जी चाहता है,
झूम झूम के, नाच नाच के, मन की लगन मिटाऊं। राधे राधे गांऊं।
ना देनो तो ना कर दे, क्यों नाच नचावे रे,
ये कुञ्ज गली सँकरी सँकरी,
छुप गया कान्हाँ पकड़ी पकड़ी,
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