मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली। मुझे भी एक बार मिले तो तेरा प्यार।मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली।
मंगला में आऊं तेरी, मैं भी दौड़ दौड़ के। बस तेरे लिए गाऊं में भी, सारा जग छोड़ के। खिले मन की कली, मेरी भानु लली। 🌺🌺🌺🌺🌺🌺मुझको एक बार, तू दे दे थोड़ा प्यार।
मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली। मुझे भी एक बार मिले तो तेरा प्यार।मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली।
सघन लताओं मे में, छूप के रहूंगी। गहवर लताओं मे में, छूप के रहूंगी।लाडली लड़ेती जू के पदचिन्ह गहूंगी।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मन में यही चाह पली,जाऊं तोपे बली।मुझे भी एकबार, तूं दे दे थोड़ा प्यार।
मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली। मुझे भी एक बार मिले तो तेरा प्यार।मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली।
जो भी अटारी आया मोहर लगा दी। कितनी अमावस तूने पूनम बना दी। वही करना लली, जिसमें हो मेरी भली।🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺मुझे भी एकबार, तूं दे दे थोड़ा प्यार।
मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली। मुझे भी एक बार मिले तो तेरा प्यार।मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली।
अग्रभाग जिभा राधा नाम को नचाऊं में। सांझ ढले हृदय में शेज को सजाऊं में। दाबू तेरे चरण लली,सोना ना तुम लली।मुझे भी एकबार, तूं दे दे थोड़ा प्यार।
मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली। मुझे भी एक बार मिले तो तेरा प्यार।मुझको भी लाडली, रख लो अपनी गली।
श्यामा बोलो कब आओगी। कब हाथ पकड़ इस दासी को बरसाना ले जाओगी। आ जाओ सखी मेरे पास रहो, कभी यह आवाज लगाओगी। मेरे पास रहो अब ना जाओ, कब यह आवाज लगाओगी। यही बस जा तू अरे पगली, कब यह आवाज लगाओगी।